बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे प्रवेश नियन्त्रित परियोजना (ग्रीन फील्ड)
बुंदेलखंड क्षेत्र की प्रगति में विकास के लिए राज्य सरकार ने जनपद चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर व जालौन जैसे आर्थिक रूप से कम विकसित जिलों के सर्वांगीण विकास के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण का संकल्प लिया है। यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को देश की राजधानी दिल्ली से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे एवं यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से जोड़ेगा तथा बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभायेगा।
- परियोजना का प्रारम्भ स्थलः- झांसी-इलाहाबाद राष्ट्रीय मार्ग संख्या-35 भरतकूप के पास जनपद चित्रकूट।
- परियोजना का अन्तिम स्थलः- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर ग्राम कुदरैल के पास जनपद इटावा।
- परियोजना की लम्बाईः- कुल 296.070 किमी.
- परियोजना से लाभान्वित जनपदः- चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरेया, इटावा।
- मा० प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिनांक 16 जुलाई 2022 को ग्राम- कैथेरी, जनपद- जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया।
एक्सप्रेसवे का स्वरूपः-
एक्सप्रेसवे 04 लेन चौडा (छह लेन तक विस्तारणीय) तथा संरचनाएं 06 लेन चौडाई की बनायी जायेंगी। एक्सप्रेसवे के राइट आफ वे (ROW) की चौडाई110 मी. है, एक्सप्रेसवे के एक ओर 3.75 मी. चैड़ाई की सर्विस रोड़ स्टैगर्ड रूप में बनाई जायेगी जिससे परियोजना के आस-पास के गांव के निवासियों को सुगम आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके।
संरेखण पर पड़ने वाली मुख्य नदियाः- बागेन, केन, श्यामा, चन्दावल, बिरमा, यमुना, बेतवां एवं सेंगर।
एक्सप्रेसवे पर प्रस्तावित स्ट्रर्क्चस- एक्सप्रेसवे के निर्माण में कुल 04 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 06 टोल प्लाजा, 07 रैम्प प्लाजा, 286 लघु सेतु, 18 फ्लाई ओवर का निर्माण भी किया जायेगा।
परियोजना के पैकेजों एवं विकासकर्ताओं का विवरणः-
परियोजना को 06 पैकेजों में विभक्त किया गया है जिनमें निर्माण कार्य हेतु ई-टेन्डरिंग के पश्चात चयनित विकासकर्ताओं के साथ अनुबन्ध गठित किए गए है जिनका विवरण निम्नवत् हैः-
पैकेज सं. |
पैकेज का नाम |
लम्बाई (किमी.) |
विकासकर्ता का नाम |
अनुबन्धित लागत (रू. करोड़ में) |
1 |
चैनेज (-)0 + 790 से चैनेज 49 + 700 तक (गोंडा, जनपद चित्रकूट से मनोखर, जनपद बांदा) |
50.490 |
मै. एपको इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड |
1268.60 |
2 |
चैनेज 49 + 700 से चैनेज 100 + 000 तक (मनोखर, जनपद बांदा से काओहरी, जनपद महोबा तक) |
50.300 |
मै. एपको इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड |
1245.63 |
3 |
चैनेज 100 + 000 से चैनेज 149 + 000 तक (काओहरी, जनपद महोबा से ब्रोलीखरका, जनपद हमीरपुर तक) |
49.000 |
मै. अशोका बिल्डकान लिमिटेड |
1079.52 |
4 |
चैनेज 149 + 000 से चैनेज 200 + 000 तक (ब्रोलीखरका, जनपद हमीरपुर से सालाबाद, जनपद जालौन तक) |
51.000 |
मै. गावर कन्सट्रक्शन लिमिटेड |
1396.00 |
5 |
चैनेज 200 + 000 से चैनेज 250 + 000 तक (सालाबाद, जनपद जालौन से बखरिया, जनपद औरेया तक) |
50.000 |
मै. गावर कन्सट्रक्शन लिमिटेड |
1415.00 |
6 |
चैनेज 250 + 000 से चैनेज 295 + 280 तक (बखरिया, जनपद औरेया से कुदरैल, जनपद इटावा तक) |
45.280 |
मै. दिलीप बिल्डकान लिमिटेड |
1362.06 |
|
कुल योग |
296.070 |
|
7766.80 |
परियोजना से लाभः-
- एक्सप्रेसवे के निर्माण से बुंदेलखंड क्षेत्र आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे एवं यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से त्वरित एवं सुगम यातायात के कारिडोर से जुड़ जाएगा।
- एक्सप्रेसवे के निर्माण से बुंदेलखंड क्षेत्र का सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। एक्सप्रेसवे के प्रवेश नियन्त्रित होने से वाहनों के ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत एवं प्रदूषण नियन्त्रण भी संभव हो सकेगा।
- परियोजना से अच्छादित क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों की आय को बढ़ावा मिलेगा।
- एक्सप्रेसवे से अच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाईयों, विकास केन्द्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक औद्योगिक कारिडोर विकसित होगा जो क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में सहायक होगा।
- एक्सप्रेसवे के निकट इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान आदि की स्थापना हेतु भी अवसर सुलभ होंगे।
- एक्सप्रेसवे हैण्डलूम उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों, भण्डारण गृह , मण्डी तथा दुग्ध आधारित उद्योगों की स्थापना हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा।
एक्सप्रेसवे के निर्माण हेतु भूमि अध्याप्ति की प्रगतिः-
परियोजना हेतु लगभग 95.01 प्रतिशत भूमि का क्रय/अधिग्रहण किया जा चुका है। अब तक कुल 3462.2787 हे. भूमि यूपीडा द्वारा परियोजना हेतु क्रय/अधिग्रहित की जा चुकी है।
बुंदेलखंड क्षेत्र के बेहतर विकास तथा रोजगार के नए अवसर सृजित करने के दृष्टिकोण से शासन ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे निर्मित करने का निर्णय लिया है | यह परियोजना पूरी हो जाने पर महत्त्वाकांक्षी डिफेंस औद्योगिक कॉरीडोर परियोजना को स्वतः ही बल मिलेगा |
परियोजना के प्रमुख विशेषताएं
प्रारम्भ होने का स्थान |
जनपद चित्रकूट में भरतकूप के निकट |
समाप्ति का स्थान |
ग्राम कुदरैल के पास जनपद इटावा में |
मुख्य बिन्दु |
- अनुमानित कुल लंबाई - 296.07 कि.मी.
- (ROW) - 110 मीटर
- कैरिजवे - 4 लेन (6 लेन तक विस्तार योग्य) लेकिन सभी का निर्माण 6 लेन के अनुसार किया जाएगा।
- सर्विस रोड का प्रावधान
- शामिल जिले - चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर,महोबा, जालौन और औरैया इटावा।।
- कुल प्रवेश नियंत्रित एक्सप्रेसवे
- वाहनों, पैदल चलने वालों और जानवरों के लिए अंडरपास का प्रावधान।
|
प्रोजेक्ट पैकेज |
इस प्रोजेक्ट को 6 पैकेज में विभाजित करने का प्रस्ताव है। |
कार्यान्वयन का तरीका |
इस परियोजना को इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) मोड पर लागू किया जाएगा। |