रणनीतिक रूप से स्वर्णिम चतुर्भुज पर स्थित, उत्तर प्रदेश देश के प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों से जुड़ा हुआ है।
- 8,949 किमी में फैला सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क।
- वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर – डब्लूडीएफसी: गाजियाबाद के दादरी से मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट तक विकसित किया जा रहा है
- ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर - ईडीएफसी: परियोजना का 57% क्षेत्र उत्तर प्रदेश में
इन फ्रेट कॉरिडोर का संयोजन दादरी, गाजियाबाद में होने से दादरी लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग क्षेत्र के लिए एक आशाजनक केंद्र बन गया है।
मुरादाबाद में संयुक्त घरेलू रेल और एक्ज़िम (आयात-निर्यात) टर्मिनल, कानपुर में रेल से जुड़ा निजी माल ढुलाई टर्मिनल और गैर-वाणिज्यिक कंटेनर डिपो-आईडीसी; कानपुर में आईसीडी और दादरी टर्मिनल पर स्थित आईसीडी उत्तर प्रदेश में मौजूदा लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं का हिस्सा हैं। इसके अलावा, राज्य में नोएडा, बोडाकी और वाराणसी में तीन मल्टी-नोडल लॉजिस्टिक्स / ट्रांसपोर्ट हब भी प्रस्तावित हैं। इसके अलावा, कानपुर, नोएडा वाराणसी और गाजियाबाद जैसे विशेष निवेश केंद्र और दादरी-नोएडा-गाजियाबाद विशेष क्षेत्र, मेरठ-मुजफ्फरनगर विशेष क्षेत्र, दीनदयाल उपाध्याय नगर (मुगलसराय)-वाराणसी-मिर्जापुर जैसे नए निवेश क्षेत्र भी विकसित किए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में पहले से ही विकसित और विकासशील एक्सप्रेसवे और राजमार्गों का मजबूत नेटवर्क है । पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे जैसे एक्सप्रेसवे ने राज्य में लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को उत्प्रेरित किया है। इसके अलावा, प्रयागराज लिंक एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाएं राज्य के सड़क नेटवर्क और कनेक्टिविटी को और मज़बूत करेंगी ।
उत्तर प्रदेश सरकार मौजूदा वायु, जल और रेल कनेक्टिविटी का और विस्तार करने की भी योजना बना रही है जिससे उद्योगों और निर्माताओं को अपने आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क (सप्लाई चेन नेटवर्क) को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
इंफ्रास्ट्रक्चर नेटवर्क