परियोजना 4
 

उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड सीमा से पहले सनौता पुल (जिला बुलंदशहर) से पुरकाज़ी के निकट (जिला मुजफ्फरनगर) तक ऊपरी गंगा नहर के दाहिनी तट पर 08 लेन एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे

  • प्रस्तावित एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा परिकल्पित है, जिसका निर्माण प्रदेश के पूर्वांचली शहरों को नेशनल कैपिटल रीजन (एनसीआर) से जोड़ेगा और पूर्वांचल उत्तर प्रदेश को विकसित होने का मौका देगा। उत्तर से दक्षिण तक फैले इस एक्सप्रेसवे के जरिए कई शहरों के बीच अच्छे रोड नेटवर्क बन जाएंगे और ट्रांसपोर्ट के लिए काफी सुविधा प्राप्त होगी। इस प्रदेश को औद्योगिक, वाणिज्यिक और आवासीय गति भी मिलेगी।
  • एक्सप्रेसवे के एक छोर पर स्थित एनसीआर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में बीते कुछ वर्षों मे औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों में बढ़ावा देखने को मिला है और इन्हे काफी सफलताएं भी प्राप्त हुई हैं। नोएडा से जुड़ा ग्रेटर नोएडा एनसीआर में एक सुविकसित और अत्याधुनिक औद्योगिक और वाणिज्यिक-सह-आवासीय नगर है। ग्रेटर नोएडा को एशिया की सबसे बड़ा औद्योगिक नगर माना गया है। ग्रेटर नोएडा एनसीआर में एक उपग्रह नगर के रूप में भी कार्यरत है और भविष्य में यहां रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मुहैया कराना भी प्रस्तावित है।
  • एक्सप्रेसवे जहां से शुरु होता है- सनौता ब्रिज (जिला बुलंदशहर)।
  • एक्सप्रेसवे जहां खत्म होता है- पुरकाजी के निकट (मुज्जफरनगर जिला) यूपी-उत्तराखंड सीमा।
  • प्रस्तावित एक्सप्रेसवे में निम्न लिंक एक्सप्रेसवे शामिल होंगे:-
    1. मेरठ शहर के दक्षिण पश्चिमी पर नए संरेखण पर प्रस्तावित नया ऊपरी गंगा नहर एक्सप्रेसवे मेरठ एयरपोर्ट और प्रस्तावित डीएफसी टर्मिनल (अनुमानित लंबाई 23.5 किमी) को जोड़ेगी।
    2. नया संरेखण पुरकाजी से देवबंद तक उत्तर पश्चिम से होकर गुजरेगी (अनुमानित लंबाई 16.5 किमी)।
    3. नया संरेखण एनएच-24 के नजदीक मसूरी उत्तर पूर्वी दिशा में पड़ने वाले से लेकर यूजीसी एक्सप्रेसवे डासना फॉल के निकट (अनुमानित लंबाई 3.5 किमी)।
    4. फ्यूचर लिंक जो 25 किमी लंबे हैं।
  • यूजीसी एक्सप्रेसवे (08 लेन) की अनुमानित लंबाई 147.8 किमी है, लिंक एक्सप्रेसवे (6 लेन) की लंबाई 68.5 किमी है और सर्विस रोड (2 लेन) की अनुमानित लंबाई 97.30 किमी होगी।
  • प्रस्तावित एक्सप्रेसवे परियोजना निम्न तथ्यों को भी सम्मिलित करता है:
    1. लगभग 97.40 हेक्टेयर (6 स्थानों पर फैला हुआ) (i i) बोली हेतु डेवेलेपर द्वारा चयनित क्षेत्र (अधिकतम लगभग 1980 हेक्टेयर) में विकास हेतु लैंड पार्सल।
    2. नहर, पर्यटन के विकास और वॉटर स्पोर्टस के साथ नेविगेशन सुविधाएं (वैकल्पिक)
    3. नहर पर सात जगहों पर पनबिजली स्टेशन का विस्तार
    4. ऊपर गंगा नहर के मरम्मत और पुनर्वास।
  • प्रस्तावित परियोजना उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर जिलों से होकर निकलेगी।
  • इस परियोजना में 52 अंडरपास और 7 आरओबी अंडरपासह हैं।
  • नेविगेशन में परियोजना की अनुमानित कुल लागत 8719 करोड़ है।
  • प्रस्तावित एक्सप्रेसवे के मानचित्र। साइज:27KB | भाषा:अंग्रेजी

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